शहडोल/धनपुरी,
साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL) में एक बार फिर महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव हुआ है। सोहागपुर एरिया के महाप्रबंधक के रूप में कार्यरत एस.एस. परांजपे का स्थानांतरण कंपनी के मुख्यालय (बिलासपुर) कर दिया गया है, जहां उन्हें अब OSD to CMD (मुख्य प्रबंध निदेशक के विशेष कर्तव्य अधिकारी) की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
परांजपे हाल ही में डायरेक्टर (टेक्निकल) पद के लिए चयनित किए गए हैं, और भविष्य में उन्हें कोल इंडिया की किसी अन्य सहायक कंपनी — संभवतः वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (WCL) — में इस पद की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। फिलहाल वे SECL मुख्यालय में OSD के रूप में कार्य करेंगे।
इसी के साथ, कंपनी प्रबंधन ने बी.के. जेना को सोहागपुर एरिया का नया एरिया जनरल मैनेजर (AGM) नियुक्त किया है। जेना इससे पहले GM (E&F)/HOD, SECL मुख्यालय में कार्यरत थे।
सोहागपुर एरिया: रणनीतिक दृष्टि से सबसे अहम क्षेत्र
सोहागपुर एरिया कोयला उत्पादन और रणनीतिक दृष्टि से SECL का सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र माना जाता है।
देश की ऊर्जा आपूर्ति में इसकी भूमिका बेहद अहम है।
यहां संचालित परियोजनाएं तकनीकी नवाचार, उत्पादन क्षमता और सुरक्षा मानकों में निर्णायक भूमिका निभाती हैं।
नए नेतृत्व के साथ, आने वाले दिनों में यहां की कार्यप्रणाली में और अधिक गति, पारदर्शिता और दक्षता देखने को मिलेगी।
एस.एस. परांजपे: नई भूमिका और नई जिम्मेदारी
एस.एस. परांजपे ने अपने संक्षिप्त कार्यकाल में ही सोहागपुर एरिया के संचालन में नई ऊर्जा और दिशा दी।
पदभार संभालने के कुछ ही समय बाद उनका चयन डायरेक्टर (टेक्निकल) पद के लिए कर लिया गया।
अब उन्हें OSD to CMD, SECL मुख्यालय (बिलासपुर) की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जहां वे शीर्ष प्रबंधन के साथ मिलकर कंपनी के रणनीतिक और तकनीकी फैसलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
बी.के. जेना: नए विज़न के साथ नई शुरुआत
बी.के. जेना, जो अब सोहागपुर एरिया की कमान संभालने जा रहे हैं, परिणाम-उन्मुख कार्यशैली और मजबूत नेतृत्व क्षमता के लिए जाने जाते हैं।
उन्होंने मुख्यालय में रहते हुए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को सफलता तक पहुंचाया।
अब उनके नेतृत्व में उत्पादन वृद्धि, नई तकनीकों के समावेश और स्थानीय विकास की रफ्तार में तेजी आने की उम्मीद है।
आगे की दिशा –
4 अक्टूबर 2025 से प्रभावी इस बदलाव के साथ, सोहागपुर एरिया एक नई रणनीतिक दिशा और नए नेतृत्व के साथ आगे बढ़ने को तैयार है।
परांजपे का OSD to CMD के रूप में मुख्यालय में स्थानांतरण और जेना की नियुक्ति, दोनों ही SECL के भविष्य की योजनाओं को और मजबूत आधार देंगे।
यह बदलाव केवल पद परिवर्तन नहीं, बल्कि कोयला उद्योग में नई ऊर्जा, नई नीतियों और नेतृत्व की नई सोच की शुरुआत है — जो आने वाले समय में उत्पादन और प्रबंधन दोनों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।



