शहडोल | धर्मेन्द्र द्विवेदी, 24 न्यूज़ चैनल
मध्यप्रदेश के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने आज शहडोल जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं और गंदगी को देखकर उन्होंने नाराजगी जताई और जिम्मेदार अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि व्यवस्थाएं तत्काल सुधारी जाएं।
मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर चिंता
निरीक्षण के दौरान डिप्टी सीएम ने MMR और IMR (मातृ एवं शिशु मृत्यु दर) पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि “स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाना अब सर्वोच्च प्राथमिकता है। मातृ और शिशु सुरक्षा से जुड़ी लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
डॉक्टरों पर पैसे मांगने की शिकायतों पर भड़के
डिप्टी सीएम को मरीजों द्वारा डॉक्टरों के पैसे मांगने की शिकायतें मिलीं। इस पर वे भड़क उठे और कहा — “अनैतिकता किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं होगी। डॉक्टर सेवा भाव से काम करें, व्यापार भाव से नहीं।”
300 बेड से बढ़ाकर 500 बेड का निर्देश
अस्पताल की बढ़ती मरीज संख्या को देखते हुए उन्होंने कहा कि “अब समय आ गया है कि 300 बेड का यह अस्पताल 500 बेड का बने।” उन्होंने निर्माण और सुविधाओं के विस्तार के लिए स्वास्थ्य विभाग को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप
औचक निरीक्षण के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। अधिकारियों को उम्मीद है कि इस दौरे के बाद व्यवस्थाओं में ठोस सुधार होगा और मरीजों को बेहतर इलाज और सुविधाएं मिल सकेंगी।
संपादकीय टिप्पणी (धर्मेन्द्र द्विवेदी, संपादक-इन-चीफ, 24 न्यूज़ चैनल):
“निरीक्षण और निर्देश अक्सर दिए जाते हैं, लेकिन असली परीक्षा तब होगी जब ज़मीन पर बदलाव दिखे।
अगर डिप्टी सीएम की सख्ती के बाद भी अस्पतालों की तस्वीर नहीं बदली — तो यह केवल ‘औपचारिक निरीक्षण’ बनकर रह जाएगा।
जनता अब आश्वासन नहीं, परिणाम चाहती है।”



