20 सितंबर का कार्यक्रम सवालों के घेरे में, अमित सिंह फिर चर्चा में
शहडोल/अनूपपुर।
सोहागपुर हाउस में 20 सितंबर 2025 को आयोजित “सम्मान समारोह” अब विवादों में है। खैरहा खदान के पूर्व खान प्रबंधक एस.पी. सिंह और सेफ्टी ऑफिसर अजय बिनयाला का सेवानिवृत्ति उपरांत सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एरिया जीएम संदीप परांजपे रहे और संचालन अमित सिंह (एरिया सिक्योरिटी ऑफिसर पदस्थ डिप्टी मैनेजर, माइनिंग) ने किया।
सुरक्षा जवान बने वेटर!
कार्यक्रम की तस्वीरों ने सबसे बड़ा सवाल खड़ा कर दिया—कंपनी का सुरक्षा विभाग में पदस्थ जवान, जो सामान्यतः गेट ड्यूटी पर रहता है, इस कार्यक्रम में ट्रे लेकर सेवा करता दिखा।
कर्मचारियों का कहना है कि—
“सुरक्षा स्टाफ का काम कंपनी की संपत्ति और खदान की सुरक्षा करना है, न कि निजी या एसोसिएशन कार्यक्रमों में वेटर बनना।”
यह दृश्य अपने आप में साबित करता है कि कंपनी संसाधनों का खुला दुरुपयोग हुआ।
“खुशामद का तमाशा”
वायरल संदेशों में साफ लिखा गया:
“यह सम्मान कम और खुशामद का तमाशा ज्यादा लगा… अमित सिंह ने नए जीएम का स्वागत कर नया गेम खेला।”
यानी सवाल यह उठ रहा है कि क्या यह कार्यक्रम वास्तव में सम्मान का मंच था या खुशामद का तमाशा?
कंपनी गाड़ियों का उपयोग?
सूत्रों का कहना है कि इस आयोजन के दौरान SECL की आधिकारिक गाड़ियों का निजी कामों में उपयोग किया गया।
कर्मचारियों ने तंज कसा—
“कंपनी की गाड़ियां अब ऑफिस से ज्यादा घर की सहूलियत के लिए दौड़ रही हैं।”
उठते सवाल –
सुरक्षा कर्मचारियों को समारोह में क्यों लगाया गया?
क्या कंपनी संसाधनों (स्टाफ और गाड़ियों) का दुरुपयोग हुआ?
क्या यह आयोजन सम्मान का था या खुशामद का तमाशा?
निष्कर्ष:
सोहागपुर हाउस का यह कार्यक्रम अब कर्मचारियों और प्रबंधन के बीच चर्चा का विषय है। अमित सिंह भले ही मंच पर संचालन कर रहे थे, लेकिन मंच से बाहर उठे सवालों ने उन्हें एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया।
डिस्क्लेमर:
यह रिपोर्ट कर्मचारियों के बीच वायरल संदेशों और चर्चाओं पर आधारित है। SECL प्रबंधन और संबंधित अधिकारी का पक्ष प्राप्त होने पर प्रकाशित किया जाएगा।



