मुनीर द्वारा परमाणु धमकी दिए जाने के बाद, हर किसी के मन में यह सवाल है कि पाकिस्तान के पास कितने परमाणु हथियार हैं? एक प्रमुख रक्षा एवं आयुध थिंक टैंक, स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) के अनुसार, पाकिस्तान एक मजबूत परमाणु शक्ति है, जिसके नवीनतम आकलन के अनुसार उसके पास अनुमानित 170 परमाणु हथियार हैं। इसकी तुलना में, जनवरी 2025 तक भारत के पास 180 परमाणु भंडारित हथियार हैं। हालांकि, बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स ने 2023 में उल्लेख किया था कि इस्लामाबाद में अपने परमाणु शस्त्रागार को तेज़ी से बढ़ाने की क्षमता है क्योंकि उसके पास विकासाधीन कई नई वितरण प्रणालियाँ, चार प्लूटोनियम उत्पादन रिएक्टर और एक विस्तारित यूरेनियम संवर्धन अवसंरचना है। अमेरिका के अल्बानी विश्वविद्यालय में सुरक्षा मामलों के विशेषज्ञ क्रिस्टोफर क्लैरी ने कहा है कि पाकिस्तान के परमाणु शस्त्रागार का बड़ा हिस्सा उसकी भूमि-आधारित मिसाइल सेनाओं में है, हालांकि वह भूमि, वायु और समुद्र से आयुध ले जाने में सक्षम परमाणु त्रिकोण विकसित कर रहा है। इसके अलावा, परमाणु हथियारों को खत्म करने के अंतर्राष्ट्रीय अभियान ने 2023 में लिखा था कि पाकिस्तान ने अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को विकसित करने के लिए 1 अरब डॉलर की भारी-भरकम राशि खर्च की है। सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज के अनुसार, पाकिस्तान के शस्त्रागार में मुख्य रूप से मोबाइल छोटी और मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें शामिल हैं, जिनकी मारक क्षमता भारत को निशाना बनाने के लिए पर्याप्त है। हाल के वर्षों में पाकिस्तान को अपने परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों में चीन की महत्वपूर्ण तकनीकी सहायता से मदद मिली है। पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार होना दुनिया भर के लिए चिंता का विषय रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस्लामाबाद ने कभी भी औपचारिक रूप से आधिकारिक परमाणु सिद्धांत की घोषणा नहीं की है।